बरियारपुर पश्चिमी के मुखिया बाबू प्रसाद वर्मा, का निधन।शवयात्रा में उमड़ पड़ी समर्थकों की भीड़।
खोदावंदपुर/बेगूसराय।
बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वर्तमान मुखिया 65 वर्षीय बाबू प्रसाद वर्मा का असामयिक निधन बुधवार को बेगूसराय के एक नीजी क्लिनिक में इलाज के दौरान हो गया. उनके निधन की खबर मिलते ही क्षेत्र के सामाजिक- राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं, पंचायत व वार्ड प्रतिनिधियों, पेंशनरों, शिक्षकों समेत आमजनों में शोक की लहर दौड़ गयी. वे बिहार पेंशनर समाज प्रखंड इकाई खोदावन्दपुर के सदस्य भी थे. मिली जानकारी के अनुसार दिवंगत मुखिया पहली बार पंचायत चुनाव जीते थे, इससे पूर्व वह शिक्षक थे. सेवानिवृत्त के उपरांत मुखिया बने थे. मुखिया स्व वर्मा काफी मिलनसार व ईमानदार थे, जिसके कारण दो वर्षों के कार्यकाल में ही पूरे इलाके में काफी लोकप्रिय हो गये. वे अपने पीछे भरापूरा परिवार को छोड़कर स्वर्ग सिधार हो गये.
मुखिया स्वर्गीय वर्मा के निधन पर बिहार विधानसभा में सतारूढ़ दल के सचेतक व स्थानीय विधायक राजवंशी महतो, प्रखंड प्रमुख संजू देवी, उपप्रमुख नरेश पासवान, बीडीओ नवनीत नमन, सीओ अमरनाथ चौधरी, थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, जदयू के वरिष्ठ नेता चन्द्रशेखर वर्मा, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी आनंद कुमार, जेई अरुण कुमार मिलन, पीआरएस मिथिलेश कुमार, विधायक प्रतिनिधि विजय कुशवाहा, प्रखंड जदयू अध्यक्ष मनीष कुमार, प्रखंड राजद अध्यक्ष जियाउर रहमान उर्फ सैफी, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजीव कुशवाहा, माले नेता अवधेश कुमार, प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह, पैक्स अध्यक्ष उमेश प्रसाद गुप्ता, सरपंच नवीन प्रसाद यादव,
उपसरपंच दिनेश चौधरी, उपमुखिया राकेश रामचंद महतो आदि ने मुखिया के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया. मुखिया के निधन से उनकी पत्नी सावित्री देवी, पुत्रवधू, पुत्र हीरो कुमार, शंभू कुमार समेत उनके अन्य परिजनों का रो रोकर बुराहाल था.मुखिया बाबू प्रसाद वर्मा के आकस्मिक निधन पर बुधवार की दोपहर गाजेबाजे के साथ शवयात्रा निकाली गयी,
शवयात्रा में सामाजिक, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं, पंचायत व वार्ड प्रतिनिधियों समेत आमजनों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन में उमड़ पड़ी. मुखिया का शवयात्रा उनके पैतृक आवास नन्दीवन टोल से महुआ टोल, नागापोखर, गोगल टोल, गाछी टोल होते हुए पंचायत भवन परिसर लाया गया, उसके बाद एस एच 55 से सदर बाजार मुहल्ला होते हुए पछियारी टोल से बूढ़ीगंडक नदी के रामघाट स्थित समशान घाट में उनका अंतिम दाह संस्कार किया गया, जहां मुखाग्नि उनके जेष्ठ पुत्र आशुतोष कुमार उर्फ हीरो ने दी.
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